ETHERNET IN HINDI
- Introduction to Ethernet
in Hindi
- Cables of Ethernet
- Network topology
Introduction to Ethernet (What is it?)
किसी local area network में network devices को जिस cable technology से आपस में connect किया जाता है वह ethernet कहलाता है।
Ethernet cable की technology सामान्य cable से अलग
होती है।
इसे मुख्यतौर
पर data communication के लिए
ही design किया गया
है। यह
technology एक पूरा
system होता है
जिसमें cables के अलावा
protocols भी होते
है।
Protocols ये
define करते है
की cables के द्वारा
कैसे devices आपस में
communicate और data transfer करेंगे। Ethernet को 1970 में
xerox ने develop किया था।
उस समय
इसकी स्पीड़
2 से 3 MB के
बीच थी।
Ethernet का standard नाम IEEE 802.3 है।
यह एक
LAN technology है। जिससे आप
computers को आपस
में connect कर सकते
है और
एक Local Area Network बना सकते
है। इस
technology में आप
information के flow को
control करने के
लिए protocols यूज़ करते
है।
Ethernet technology में
आप cables की सहायता
से computers को connect करते है।
शुरू में
Ethernet technology में coaxial
cables ही यूज़
की जाती
थी। लेकिन
अब twisted pair और fiber cables भी यूज़
की जाती
है।
Ethernet technology के
साथ आप
LAN कई प्रकार
से बना
सकते है
जिसे topology कहते है।
जैसे की
Bus, star, ring और mesh
topology आदि। इस
technology में cables का बहुत
बड़ा role होता
है। आइये
Ethernet technology में यूज़ होने
वाली अलग
अलग प्रकार
की cables के बारे
में जानने
का प्रयास
करते है।
Ethernet Cables
Ethernet technology में
3 तरह की
cables यूज़ की
जाती है
Coaxial Cable
इस तरह
की केबल
में एक
सिंगल wire होता
है जो
insulator, metal की
shield और plastic के खोल से घिरा
रहता है।
Insulator signal को
control करता है।
Metal की shield
wire को electromagnetic interference से बचाती
है ताकि
signal बीच में
ही destroy ना हो
और plastic का खोल
wire को बाहरी
अवरोधों से
बचाता है
जैसे की
पानी और
आग। Coaxial cabling ज्यादातर televisions के लिए
यूज़ की
जाती है।
2 तरह की coaxial cable यूज़ की
जाती है
–
1.
Thick net – इस तरह की
coaxial cable थोड़ी मोटी होती है और इसमें
shielding भी ज्यादा होती है।
Thick net coaxial cables लंबी दुरी के लिए यूज़ की जाती रही है। लेकिन ये केबल reliable नहीं होती है। इस तरह की Coaxial
cables को connect करने के लिए Vampire tap यूज़ होता है।
2.
Thin net – इस तरह की
coaxial cable normal size की होती है। ये cables thick net cables के comparison में ज्यादा
reliable होती है। इस तरह की coaxial cables को connect करने के लिए BNC connector यूज़ किये जाते है।
Twisted Pair Cable
ये Ethernet technology में सबसे
ज्यादा यूज़
होने वाली
केबल है।
Twisted pair cables में 2 या 4 copper wires के जोड़े
plastic के खोल
से घिरे
रहते है।
Copper wire के जोड़े
एक दूसरे
के लिपटे
होते है
ताकि cross talk ना हो।
Cross talk उस error को कहते
है जब
एक wire का
signal दूसरे wire के
signal को disturb कर देता
है।
Twisted pair cables 2 तरह
की होती
है –
1.
Shielded – Shielded twisted pair केबल में
cable को एक
shield cover करती है। ये केबल
electromagnetic interference से ज्यादा बचाव करती है।
2.
Un-shielded – Un-shielded twisted pair cable में कोई
shield नहीं होती है और ये shielded twisted pair cable से अधिक सुरक्षा प्रोवाइड करती है।
Twisted pair cable की
कई categories होती है।
ये categories एक इंच
में कितने
twist है इस
बेस पर
डिफाइन की
गयी है
–
- Cat3 – इस category की केबल में
हर इंच
में 3 twist होते
है।
- Cat5 – इस category की
केबल में
हर इंच
में 5 twist होते
है।
- Cat5e – इस केटेगरी
की केबल
में हर
इंच में
5 twist होते है
और pairs को
भी आपस
में twist किया
जाता है।
- Cat6 – इस category की
केबल में
हर इंच
में 6 twist होते
है।
Fiber Optic Cable
Coaxial cable और
twisted pair cable electronic signals की
मदद से
डेटा को
ले जाती
है। जबकि
fiber optic cables light के
माध्यम से
डेटा को
ले जाती
है। इस
तरह की
cables में पतले
पतले धागे
जैसे दिखने
वाले तार
होते है।
ये तार
या तो
plastic के होते
है या
glass के होते
है।
Fiber optic cables की
bandwidth दूसरी metal cables से ज्यादा
होती है।
इसका मतलब
ये है
की ये
केबल दूसरी
केबल्स से
अधिक डेटा
carry कर सकती
है। इन
cabels में signal के ख़राब
होने के
बहुत कम
chance होते है।
Fiber optic cables दूसरी cables से पतली
और हलकी
होती है।
Ethernet technology में
2 तरह की
fiber optic cables यूज़ की जाती
है –
1.
Single mode fiber – Single mode fiber optic cables में एक बार में एक ही data
ray travel करती है।
2.
Multi mode fiber – Multi mode fiber optic cables में एक बार में
multiple data rays travel कर सकती है।
Ethernet Network Topology
एक topology ये बताती
है की
physically network कैसे design किया गया
है या
network का structure क्या है।
ये design physical और logical दोनों तरह
की होती
है। वैसे
तो network topology 4 तरह की
होती है
Bus, Star, Ring और Mesh। लेकिन Ethernet में 2 ही तरह की
topology यूज़ की
जाती है
Bus और Star।
आइये इन
दोनों topology के बारे
में जानने
का प्रयास
करते है।
Bus Topology
एक bus topology में सभी
computers एक wire से
connected रहते है।
जब भी
कोई एक
computer फ्रेम भेजता
है तो
वो topology में available बाकि सभी
computer के पास
जाता है
लेकिन उसे
accept वही computer करता है
जिसका MAC address फ्रेम से
मैच करता
है।
Bus topology की
सबसे बड़ी
disadvantage ये है
की यदि
wire कभी ख़राब
हो जाता
है तो
सभी computers का communication एक साथ
ठप हो
जाता है।
Computers के पास
एक दूसरे
से separately communication का कोई
माध्यम नहीं
होता है।
Star Topology
Star topology में
सभी hosts एक switch या hub से
जुड़े होते
है और
ये hosts hubs और switches के माध्यम
से एक
दूसरे को
frames भेजते है।
Hubs intelligent नहीं
होते है।
जब hub के
माध्यम से
frames भेजे जाते
है तो
hub वो frames सभी hosts को भेजता
है और
जिस host के
साथ MAC address match होता है
वही host उसे
receive करता है।
Switch intelligent devices होते है।
Switches सभी hosts की address table maintain करते है।
इसलिए जब
भी कोई
host कोई frame भेजता है
तो वो
सबके पास
ना जाकर
only उसी host के
पास जाता
है जिसका
MAC address मैच करता
है।
Star topology की सबसे बड़ी
disadvantage ये होती
है की
यदि switch या hub फ़ैल
हो जाये
तो सारा
नेटवर्क fail हो
जाता है।
Ethernet Frame
Ethernet data link layer technology है। Data link layer में data को
frames के नाम
से जाना
जाता है।
एक frame की size 64 bytes से लेकर
1522 bytes तक हो
सकती है।
Frame में कुछ
fields ऐसे होते
है जिनकी
size फिक्स होती
है। इन
fields के बारे
में जानकारी
नीचे दी
जा रही
है।
Preamble
इस field की size 7 bytes होती है।
ये field synchronization purpose के लिए
यूज़ किया
जाता है।
Start of Frame
इस field की size 1 byte होती है।
ये field फ्रेम के
starting point को दर्शाता है।
Destination MAC Address
इस field की size 6 bytes होती है।
ये field destination host के MAC address को contain करके रखता
है।
Source MAC Address
इस field की size भी
6 bytes होती है।
ये field source host के MAC address को contain करता है।
802. 1Q Tag
इस field की size 4 bytes होती है।
ये field optional होता है।
ये tag VLAN configuration शो करने
लिए यूज़
किया जाता
है।
Length
इस field की size 2 bytes होती है।
ये field complete फ्रेम की
साइज को
शो करता
है।
Payload
इस field की size 42 bytes से 1500 bytes तक हो
सकती है।
ये आपका
actual डेटा होता
है।
CRC (Cyclic Redundancy Check)
इस field की size 4 bytes होती है।
ये field frame की errors को शो
करता है।
Inter-frame Gap
इस field की size 12 bytes होती है।
ये field frames के बीच
में time gap को दर्शाता
है।
0 Comments